जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी , मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों का आभार
भोपाल/ यदि आपका मन साफ है तो फिर ईश्वर भी आपकी फरमाइश पूरी करता है। कुछ घटनाएं लाख चाहने के बाद भी भूली नहीं जाती हैं ।आदमी के कर्म उसे बडा या छोटा बना देता है। मन में विचार है आपको किसी के लिए कुछ अच्छा करना है तो फिर व्यवस्था अपने आप बन जाती है। पत्रकारों के हित में प्रदेश के कई पत्रकार यूनियनों ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, आयुक्त जनसंपर्क, संचालक जन सम्पर्क को पत्रकारों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए विभिन्न मुद्दों पर पत्र लिखा या यह कह दें कि ज्ञापन दिए। यूनियन के पदाधिकारियों ने सोचा था कि उन्हें अपनी पहचान बनाएं रखने के लिए पत्रकारों के हित की बात सरकार के मुख्यमंत्री एवं विभाग के आला अधिकारियों के सामने पेश करनी चाहिए और यह काम निर्बाध गति से चल रहा था। कल मतलब 6 सितम्बर को पूरे प्रदेश में जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों के माध्यम से संदेश दिया गया कि 7 सितम्बर को प्रातः 10 बजे पत्रकार समागम का आयोजन किया गया है और आप आमंत्रित हैं। समाचार पढ़ने के बाद मुझे मेरे मन ने कहा कि कुछ अच्छा होने बाला है कयाश लगाया कि जो मांगे रखी गई है उनमें से कुछ की घोषणा हो सकती है।
मैं भी मुख्यमंत्री निवास पहुंच गया थोड़ी देर बाद मंच पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आते हैं और संबोधित करते हुए घोषणाओं की झड़ी लगा देते हैं इच्छा से अधिक मिलने पर व्यक्ति हतप्रभ हो जाता है और यही हुआ उपस्थित पत्रकारों ने मैं समझता हूं कि किसी ने ताली नहीं बजाई उसमें से एक मैं भी हूं। अब हम मान लेते हैं कि चुनाव आ रहें हैं इसलिए ये सब कुछ हुआ।इन घोषणाओं से भारतीय जनता पार्टी को कितना फायदा होगा यह भविष्य की बात है। अब एक पुरानी घटना की तरफ सभी का ध्यान दिला रहा हूं कि तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लगभग 90 पत्रकारों के आवास खाली कराए थे जो आज भी याद है। मांगने वाले की मांग कभी पूरी नहीं होती है ,हर व्यक्ति को कुछ न कुछ चाहिए, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बहुत कुछ दिया है और आगे भी पत्रकारों का ध्यान रखेंगे एम .पी. वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन को पूरी उम्मीद है। यह सब कैसे हो गया विचार किया जाना और उस पर कार्रवाई करना हंसी नहीं है ,इस पूरी कवायद में जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने भरपूर मेहनत की और उनका सोच भी पत्रकारों के प्रति सकारात्मक है। विभाग के अधिकारियों से आपका व्यवहार कैसा है ,इस पर निर्भर है।हम पत्रकार हैं तो हमें सरकार ने आमंत्रित नहीं किया कि आप पत्रकार बने सरकार आपको सब कुछ देगी। पत्रकारों को इस सोच से दूर रहना चाहिए। लिखने के लिए बहुत कुछ है।
एम .पी . वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों को धन्यवाद देती है। राधावल्लभ शारदा प्रांतीय अध्यक्ष एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन