शासकीय प्राथमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चचाई का भव्य रीयूनियन कार्यक्रम सम्पन्न – भावनाओं का ऐतिहासिक संगमअनूपपुर । स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2025 का पावन दिन, शासकीय प्राथमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, चचाई के लिए इतिहास में स्वर्णाक्षरों से अंकित हो गया। इस दिन विद्यालय के भूतपूर्व छात्र–छात्राओं का बहुप्रतीक्षित रीयूनियन कार्यक्रम अत्यंत हर्षोल्लास और गरिमामई वातावरण में सम्पन्न हुआ।
सुबह विद्यालय प्रांगण में प्राचार्या श्रीमती फानुस जमाल खां द्वारा ध्वजारोहण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। राष्ट्रगान की गूंज से वातावरण देशभक्ति के रंग में रंग गया। इसके उपरांत शिक्षक अभय मिश्रा जी, सलमा बेगम द्वारा पूर्व शिक्षकों एवं वर्तमान प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। छात्र–छात्राओं ने हाथों में तिरंगा लिए डीजे की धुन पर प्रभात फेरी निकाली, जिससे पूरा कॉलोनी "भारत माता की जय" और देशभक्ति गीतों से गुंजायमान हो उठा।
*शाम का भावनात्मक मिलन समारोह*
शाम 6 बजे एम.पी.ई.बी. हॉस्टल परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम ने मानो विद्यालय के सुनहरे इतिहास को पुनर्जीवित कर दिया। ढोल–नगाड़ों और देशभक्ति नारों के बीच पूर्व शिक्षक- वेद व्यास दवे जी, राम नारायण द्विवेदी जी, मोहम्मद इश्तियाक खां जी , श्रीमती विमला दीक्षित , गंगा सिंह सेंगर जी, राम करन गुप्ता जी, श्रीमती शोभना अर्गल खरे, यू के बघेल जी, तेजभान सिंह जी, आशीष तिवारी जी, एन पी गुप्ता जी का स्वागत आरती-वंदन और पुष्प वर्षा से किया गया।
मां सरस्वती के तेल चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसके बाद छात्रों ने तिलक वंदन कर, शाल-श्रीफल भेंट कर और चरण-स्पर्श कर अपने गुरुजनों का अभिनंदन किया।
*कार्यक्रम का विशेष आकर्षण था –
* नारायण सिंह थापा जी, अवधेश विश्वकर्मा जी, ओम प्रकाश यादव जी पूर्व छात्रों का सम्मान जो आज देश की सेवा में सैनिक बलों में कार्यरत हैं। उन्हें भी शाल-श्रीफल भेंट कर गौरव के साथ सम्मानित किया गया। पूरा सभागार "वंदे मातरम्" और "जय हिंद" के नारों से गूंज उठा।
*रीयूनियन पत्रिका का विमोचन एवं शिक्षकों का आशीर्वचन*
इस अवसर पर पूर्व शिक्षकों द्वारा रीयूनियन स्मृति पत्रिका का विमोचन किया गया। अपने आशीर्वचन में *गुरुजनों ने भावुक होते हुए कहा –*
"हमने ऐसा कौन सा पुण्य किया था कि आज हमें देश-विदेश में बसे अपने शिष्यों का यह स्नेह और सम्मान प्राप्त हो रहा है। यह क्षण हमारे लिए अमूल्य और अविस्मरणीय है।"
उन्होंने पूर्व विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य एवं परिवार की सुख-समृद्धि के लिए आशीर्वाद प्रदान किया।
*कविता, स्मृतियां और नर्मदा दर्शन*
पूर्व छात्रों ने अपनी रचनात्मक प्रस्तुतियों और कविताओं के माध्यम से विद्यालय की स्मृतियों को ताजा किया। किसी ने अपनी जन्मस्थली का परिचय दिया तो किसी ने बचपन के दिनों और शिक्षा के मूल्य को शब्दों में पिरोया।
कार्यक्रम के बाद 17 अगस्त 2025 को सभी भूतपूर्व छात्र-छात्राओं का अमरकंटक में मां नर्मदा दर्शन हेतु भ्रमण आयोजित किया गया, जहां प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव कर कार्यक्रम को और भी भव्यता मिली।
*इतिहास का महाकुंभ*
यह रीयूनियन केवल एक मिलन समारोह नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक और ऐतिहासिक संगम सिद्ध हुआ। सादगी, आत्मीयता और सम्मान का यह आयोजन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन गया।
*सभी ने एक स्वर में कहा –*
"जो पौधा कभी विद्यालय में लगाया गया था, वह आज 50–60 वर्षों में एक विशाल वटवृक्ष बन चुका है, जिसकी छाया का लाभ आज पूरा देश और विदेश उठा रहा है।"
👉 *यह रीयूनियन कार्यक्रम*
विद्यालय, शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच गुरु–शिष्य परंपरा की अमर गाथा को पुनः जीवित करने वाला एक ऐतिहासिक क्षण साबित हुआ है।