बिजुरी में जैन धर्म के पर्यूंषण की धूम
बिजुरी /श्री पार्श्वंनाथ दिगंबर जैन मंदिर बिजुरी में जैन धर्म के महापर्व दस लक्षण धर्म आत्मशुद्धि के पर्व में जैन मंदिर बिजुरी में आज तीसरे दिवस पर्यूंषण पर्व के अवसर पर जैन मंदिर बिजुरी में प्रातः पूजन अभिषेक विश्वशांति धारा , बच्चों की पाठशाला, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं जैन संस्कृति श्रमण संस्थान सांगानेर जयपुर से पधारे बाल विद्वान भैया प्रियांशु द्वारा प्रवचन कर धर्म की गंगा बहाई जा रही है बिजुरी का संपूर्ण जैन समाज आत्मशुद्धि के इस पर्व में आत्म अवलोकन के साथ 10 धर्म के सार को लेकर अपने कर्मों की निर्जरा करता है दस लक्षण धर्म में जिन दस धर्म की चर्चा होती है उनमें उत्तम क्षमा उत्तम मर्दंव, उत्तम आर्जंव,उत्तम शौच, उत्तम सत्य ,उत्तम तप, उत्तम त्याग ,उत्तम अकिंचन ,उत्तम ब्रह्मचर्य इन दस धर्म के सार तत्वों को मानकर अपने जीवन को आत्म शुद्धि के साथ जन्म मरण के बंधन से मुक्ति की ओर मोक्ष मार्ग की ओर प्रशस्त करता है जैन समाज विधि द्वारा विधि विधान के साथ कार्यक्रम संपन्न किया जा रहे हैं।