04 वर्ष पुराने हत्या के मामले का फरार आरोपी की बिजुरी पुलिस द्वारा गिरफ्तारी
अनूपपुर । पुलिस अधीक्षक मोती उर् रहमान पुलिस अधीक्षक अनूपपुर द्वारा पुराने अनसुलझे हत्या के प्रकरणों के खुलासे हेतु निर्देशित किया गया था तथा पता तलाश हेतु सार्थक निर्देश दिये गये हैं जिसके अनुपालन में बिजुरी पुलिस द्वारा आज दिनांक 13/11/24 को हत्या के मामले में 04 वर्ष से फरार आरोपी को गिरफ्तार किया गया है ।
प्रकरण का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 29-30/11/2021 की दरम्यानी रात सरस्वती स्कूल के सामने मीट मार्केट बिजुरी के पास एक अज्ञात व्यक्ति के द्वारा सुरेन्द्र बहादुर राय उर्फ दरबारी निवासी खोंगापानी बी सी एम चौकी खोंगापानी थाना झगराखांड़ की हत्या कर दी गई जिस पर से थाना बिजुरी में अप.क्र. 350/21 धारा 302 ताहि का पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया प्रकरण के अनुसंधान में साबिर अली पिता मो. हदीस निवासी अलीनगर थाना बिजुरी के द्वारा मृतक की हत्या पुराने लेन देन के विवाद के कारण किये जाने का खुलासा हुआ आरोपी घटना दिनांक से लगातार फरार था आरोपी की पता तलाश हेतु उद्घोषित ईनाम राशि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डीसी सागर महोदय शहडोल के द्वारा 30000 रुपये (तीस हजार) की गई थी जिसके संबंध में इस्तेहार जारी कर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के थानों में प्रसारित किया गया अनूपपुर जिले के सरहदी थानों से लगे सभी थाना प्रभारियों से व्यक्तिगत संपर्क कर उक्त फरार आरोपी के संबंध में जानकारी दी गई जो डोंगरगढ़ (छ.ग.) से यह सूचना प्राप्त हुई कि डोंगरगढ़ मे एक चोरी का आरोपी सुरेन्द्र विश्वकर्मा पिता विनय विश्वकर्मा उम्र 32 वर्ष निवासी बिलासपुर का मिला है जिसका हुलिया व चेहरा प्रकरण के फरार आरोपी साबिर से मिलता है जिसकी तस्दीक पर यह पाया गया कि प्रकरण का फरार आरोपी साबिर अली पिता मो. हदीस निवासी अलीनगर थाना बिजुरी का रायपुर में अपना उक्त नाम रखकर फरारी काट रहा था । थाना डोंगरगढ़ की सूचना पर दिनांक 12/11/24 को आरोपी साबिर अली को डोंगरगढ़ उपजेल से वारंट में लेकर थाना बिजुरी लाया गया जिसमें पूछताछ में जुर्म स्वीकार किया है आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय भेजा जा रहा है, यह तथ्य उल्लेखनीय है कि आरोपी के विरुद्ध चोरी ,लूट ,गृह भेदन के 11 से अधिक अपराध हैं आरोपी दुर्ग (छ.ग.) में अपने छद्म नाम सुरेन्द्र विश्वकर्मा से चोरी के एक प्रकरण में जेल जा चुका है ।
उपरोक्त कार्यवाही मे निरी. विकास सिंह , उपनिरी. सोने सिंह परस्ते, उपनिरी. यूएन मिश्रा, प्र.आर 171 सतीष मिश्रा, आर 349 रामनिवास गुर्जर, 250 नरेन्द्र जाट की उल्लेखनीय भूमिका रही ।