पीआर टी महाविद्यालय, अनूपपुर में “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने पर स्मरणोत्सव का भव्य आयोजन
अनूपपुर। राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” की रचना को 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पीआर टी महाविद्यालय, अनूपपुर में “वंदे मातरम्–150वाँ स्मरणोत्सव” कार्यक्रम का आयोजन उत्साह और गरिमा के साथ किया गया। यह आयोजन राष्ट्रभक्ति, एकता और मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना को पुनः जागृत करने वाला रहा।
महाविद्यालय के छात्र–छात्राओं द्वारा राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” का सामूहिक गान किया गया, जिससे पूरा परिसर देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हो उठा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शासकीय तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर के प्राध्यापक डॉ. नीरज श्रीवास्तव उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में “वंदे मातरम्” की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और इसके माध्यम से देश की स्वतंत्रता संग्राम में आई चेतना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “वंदे मातरम्” केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह भारतवासियों की आत्मा का स्वर है जिसने स्वतंत्रता आंदोलन को दिशा दी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में महाविद्यालय के संचालक डॉ. देवेन्द्र कुमार तिवारी उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का यह दिन हमें अपने देश अपनी संस्कृति और अपने राष्ट्र गौरव की पहचान कराता है। “वंदे मातरम्” जैसी अमर रचनाएं भारतीयता की आत्मा हैं, जो हर पीढ़ी को देशभक्ति के पथ पर अग्रसर करती हैं।
इस अवसर पर महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं — जिनमें देशभक्ति गीत, कविता-पाठ, भाषण और समूह गान प्रमुख रहे। छात्राओं द्वारा प्रस्तुत “भारत मां के गौरव गान” पर आधारित समूह नृत्य को सभी ने सराहा। कार्यक्रम में “वंदे मातरम्” के रचयिता बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के जीवन और योगदान पर भी विशेष प्रस्तुति दी गई, जिसमें बताया गया कि कैसे 1875 में लिखी गई यह रचना भारत के स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा बनी।
इस आयोजन में लगभग 150 विद्यार्थी सम्मिलित हुए। सभी ने अत्यंत उत्साह और अनुशासन के साथ भाग लिया। विद्यार्थियों ने यह संकल्प लिया कि वे देश की एकता और अखंडता के लिए सदैव समर्पित रहेंगे।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से विद्यार्थियों में राष्ट्रप्रेम, अनुशासन और सांस्कृतिक चेतना का विकास होता है।
“वंदे मातरम्–150 वां स्मरणोत्सव” कार्यक्रम पीआर टी महाविद्यालय परिवार के लिए गौरव का विषय रहा। महाविद्यालय परिसर देशभक्ति के नारों और गीतों से गूंज उठा। अंत में सभी ने एक स्वर में “वंदे मातरम्” गाकर राष्ट्र गौरव के इस ऐतिहासिक अवसर को स्मरण किया।


