डॉ. देवेन्द्र कुमार तिवारी पुनः भारत विकास परिषद विंध्य प्रांत के प्रांतीय अध्यक्ष मनोनीत
अनूपपुर । सम्पर्क सहयोग संस्कार सेवा और समर्पण इन 5 सूत्रों पर काम करने वाली पूर्ण राष्ट्रीय सामाजिक संगठन भारत विकास परिषद जिसकी स्थापना 1963 में दिल्ली में की गई थी, कई वर्षों से संपर्क,संस्कार और सेवा के कार्य निरंतर करती हुई आ रही है जिसकी शाखाएं सम्पूर्ण भारतवर्ष पर लगभग प्रत्येक जिले में स्थापित है।
भारत विकास परिषद विंध्य प्रांत के अंतर्गत 10 जिले आते हैं। अनूपपुर ,शहडोल, उमरिया, कटनी, पन्ना, छतरपुर, मैहर ,सतना, रीवा ,सीधी ,मऊगंज और सिंगरौली सभी जिलों में परिषद की शाखाएं हैं जिनमें न्यूनतम की सदस्य संख्या 40 होती है । ये सभी सदस्य आपस में मिलकर के समाज में संस्कार और सेवा के भाव पिरोते है।
विगत सत्र 2024-25 में डॉ देवेंद्र तिवारी विंध्य प्रांत के प्रांतीय अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किए गए थे और परिषद के द्वारा इनके कार्य कुशलता को देखते हुए पुनः एक वर्ष का कार्यकाल निर्वहन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है | डॉ देवेन्द्र कुमार तिवारी एक समाजसेवी होने के साथ- साथ अनूपपुर जिले में एक उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थान पंडित रामगोपाल तिवारी महाविद्यालय के नाम से भी संचालित करते हैं जहां पर समाज के हर वर्ग के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
विंध्य प्रांत के प्रांतीय महासचिव के रूप में सतना शाखा के प्राथमिक सदस्य योगेश जैन जी का नाम सत्र 2025-26 के लिए मनोनीत किया गया है जो आगामी सत्र में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। इसके अलावा विंध्य प्रांत के वित्त सचिव के रूप में शहडोल शाखा के प्राथमिक सदस्य आलोक खोड़ियार। का मनोनयन किया गया है।
परिषद परिवार के सभी आत्मीय जनों के द्वारा डॉ देवेंद्र कुमार तिवारी,योगेश जैन एवं आलोक खोड़ियार को शुभकामना प्रेषित की जा रही हैं।