शिक्षा है समाधान की कुंजी, बाल विवाह बने अतीत की कहानी: प्रो.अनिल कुमार सक्सेनाnarmadanewstimes. in


 शिक्षा है समाधान की कुंजी, बाल विवाह बने अतीत की कहानी: प्रो.अनिल कुमार सक्सेना

अनूपपुर । प्रधानमंत्री कालेज ऑफ एक्सीलेंस शासकीय तुलसी महाविद्यालय,अनूपपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा बाल संरक्षण सप्ताह (14 नवम्बर 2025 – 20 नवम्बर 2025) के तहत “बाल विवाह” विषय पर मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य छात्राओं में बाल विवाह जैसी गंभीर सामाजिक समस्या के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उसके दुष्परिणामों से समाज को अवगत कराना था।

प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागियों ने मेहंदी डिज़ाइन के माध्यम से बाल विवाह विरोधी संदेशों को रचनात्मक रूप से प्रस्तुत किया। डिजाइन में शिक्षा का महत्व, बालिका सशक्तिकरण, कम उम्र में विवाह के दुष्परिणाम तथा जागरूक समाज की आवश्यकता जैसे विषय स्पष्ट रूप से उभरकर सामने आए। निर्णायक मंडल डॉ. जे.के.संत, डॉ.राधा सिंह, डॉ. नीरज श्रीवास्तव ने प्रतिभागियों की सृजनात्मकता एवं सामाजिक संदेश देने की क्षमता की विशेष प्रशंसा की।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अनिल कुमार सक्सेना ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बाल संरक्षण सप्ताह बच्चों के अधिकार, सुरक्षा और कल्याण के प्रति समाज को संवेदनशील बनाने का महत्वपूर्ण अवसर है। एनएसएस द्वारा आयोजित यह प्रतियोगिता विद्यार्थियों को सामाजिक कुप्रथाओं के प्रति जागरूक करने का प्रभावी माध्यम बनी है।

कार्यक्रम का सफल आयोजन एनएसएस जिला संगठक डॉ. ज्ञान प्रकाश पाण्डेय,एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी पूनम धांडे, तथा डॉ. तरन्नुम सरवत एवं स्वयंसेवकों द्वारा किया गया। प्रतियोगिता में सुहानी कहार, किरण कोल, संतोषी राठौर, राधिका जायसवाल, रिंकी साहू, महिमा जायसवाल, साधना साहू, राधिका देवी, पायल पाल, साक्षी गुप्ता, स्नेह सोनी ने उत्साहपूर्वक अपने विचार मेहंदी कला के माध्यम से प्रकट किए। कार्यक्रम के आयोजन ने विद्यार्थियों में बाल संरक्षण तथा बाल विवाह उन्मूलन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित किया।

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