खरीफ 2025 हेतु धान पंजीयन प्रक्रिया में सुधार की मांग, CSC संचालकों ने सौंपा ज्ञापन - कलेक्टर को
अनूपपुर। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए धान उपार्जन पंजीयन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है, किंतु पंजीयन व्यवस्था में व्याप्त तकनीकी खामियों और अव्यवस्थाओं को लेकर CSC संचालकों ने मंगलवार 23 सितंबर 2025 को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। संचालकों का कहना है कि पंजीयन के लिए सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) एवं एमपी ऑनलाइन के माध्यम से प्रक्रिया तो सुनिश्चित की गई है, परंतु वर्षों से चली आ रही खामियां अब तक दूर नहीं की गई हैं।
संचालकों ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि सीएससी केंद्रों को केवल आईडी उपलब्ध कराई जाती है, जिस पर न तो खसरा विवरण प्रदर्शित होता है और न ही छोटे-छोटे खसरा जोड़ने की सुविधा मिलती है। ऐसी स्थिति में पंजीयन अधूरा रह जाता है और किसानों को बार-बार अन्यत्र कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इससे न केवल समय और श्रम की बर्बादी होती है बल्कि पंजीयन केंद्रों पर भीड़ और अव्यवस्था की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है।
किसानों ने यह भी कहा कि खरीफ 2025 के लिए अब तक उपलब्ध कराई गई आईडी पर भी खसरा विवरण नहीं दिख रहा है, जिससे पंजीयन प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। यदि समय रहते इस तकनीकी खामी को दूर नहीं किया गया तो हजारों किसानों को परेशानी उठानी पड़ेगी।
संचालकों ने कलेक्टर से मांग की है कि—
सीएससी केंद्रों पर खसरा विवरण की सुविधा अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाए।
छोटे-छोटे खसरा जोड़ने की सुविधा सुनिश्चित हो।
पंजीयन की प्रक्रिया को पारदर्शी एवं सरल बनाने के लिए तकनीकी सुधार तत्काल प्रभाव से किए जाएं।
संचालकों का मानना है कि यदि पंजीयन प्रक्रिया को सुचारू और पारदर्शी बनाया गया तो जिले के हजारों किसानों को बड़ी राहत मिलेगी और अनावश्यक भागदौड़ से मुक्ति मिलेगी।
कलेक्टर से उन्होंने निवेदन किया कि इस विषय पर शीघ्र जांच कर आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई की जाए, ताकि खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में धान विक्रय पंजीयन में किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।