संकल्प महाविद्यालय में 'संकल्प महोत्सव 2025' का भव्य आयोजन*narmadanewstimes. in

 संकल्प महाविद्यालय में 'संकल्प महोत्सव 2025'  का भव्य आयोजन*



  

 * पुलिस अधीक्षक महोदय अनूपपुर के मुख्य आतिथ्य में हुआ कार्यक्रम* 

 *छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध लोकगीत गायक सुनील मानिकपुरी (हमन पारा तुम्हारा पारा के गायक)ने अपने लोकगीतों से सभी को किया मंत्रमुग्ध* 

*अतुल्य भारत की संस्कृति की झलक पेश करते छात्रों ने किया मंत्रमुग्ध* 

अनूपपुर । संकल्प महाविद्यालय ने हाल ही में अपने वार्षिक *संकल्प महोत्सव* का आयोजन कर भारतीय संस्कृति की अद्भुत विविधता और समृद्धि को जीवंत किया। इस खास कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने विभिन्न राज्यों की संस्कृति पर आधारित नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को भारत की सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराया।  

*शानदार प्रस्तुतियों ने किया अतिथियों को मोहित *

कार्यक्रम की शुरुआत  पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान जी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  इसरार मंसूरी जी के साथ संस्था संचालक द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई, जिसने समस्त वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया। 

 **विशेष अतिथियों की उपस्थिति**  

इस अवसर पर अनूपपुर जिले के स्वास्थ एवं चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आर के वर्मा जी, पीएम एक्सीलेंस महाविद्यालय के प्राचार्य  अनिल सक्सेना जी, उप प्राचार्य  जे के संत जी, अनूपपुर रक्षित निरीक्षक श्रीमती ज्योति दुबे जी, अनूपपुर कोतवाली निरीक्षक  रविन्द्र जैन जी के साथ- साथ बरबसपुर ग्राम पंचायत के सरपंच बिसाहुलाल रौतेल जी , उपसरपंच  सुजीत नापित जी, सचिव नायक जी की उपस्थिति ने छात्रों की प्रतिभा और प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, *"इस प्रकार के आयोजन नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति और परंपराओं से जोड़ने का एक प्रभावी माध्यम हैं।"* उन्होंने महाविद्यालय के प्रयासों की प्रशंसा की और छात्रों को भविष्य में भी अपनी संस्कृति को जीवंत रखने के लिए प्रेरित किया।  

इसके बाद विद्यार्थियों ने पूरे भारत की सांस्कृतिक धरोहर को मंच पर उतारते हुए रंगारंग प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने राजस्थान के घूमर नृत्य ने शाही परंपराओं की झलक दी।  पंजाब के *भांगड़ा* और *गिद्दा* ने उत्साह और उमंग से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया साथ ही  गुजरात के *गरबा* और  मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व असम राज्यों के भव्य प्रस्तुतियों ने अपने ताल और लय से समां बांध दिया।  केरल के शास्त्रीय नृत्य  और मोहिनीअट्टम ने दर्शकों को भारतीय शास्त्रीय परंपरा की गहराई का अनुभव कराया।  

**सांस्कृतिक संदेश के साथ सामाजिक चेतना**  

कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने केवल नृत्य और संगीत ही नहीं, बल्कि नुक्कड़ नाटक और कविताओं के माध्यम से सामाजिक संदेश भी दिया। प्रस्तुतियों में भारतीय संस्कृति की "अनेकता में एकता" की भावना को प्रमुखता से उजागर किया गया।  

**पुरस्कार वितरण और समापन**  

कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। महोत्सव का समापन राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आधारित शानदार नाटक के साथ हुआ, जिसने सभी उपस्थित लोगों के भीतर बालिकाओं की भावना को प्रबल कर दिया।  

**महाविद्यालय की पहल**  

महाविद्यालय के संचालक अंकित शुक्ला ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी छात्रों, शिक्षकों और आयोजन समिति को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह महोत्सव भारतीय संस्कृति की जीवंतता और हमारी जड़ों की पहचान को संजोने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे।  

संकल्प महाविद्यालय का यह महोत्सव न केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम था, बल्कि यह भारतीय परंपराओं और एकता के संदेश को बढ़ावा देने वाला एक प्रेरणादायक मंच भी था।

एक टिप्पणी भेजें

संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *

Blogger द्वारा संचालित.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget