*हरित विश्व विद्यालय स्वच्छ विश्व विद्यालय: प्रभारी कुलपति प्रो ब्योमकेश त्रिपाठी*
*विश्व विद्यालय के समस्त कर्मचारी कम से कम एक पौधा जरूर लगाए:प्रभारी कुलपति प्रो ब्योमकेश त्रिपाठी*
अमरकंटक । इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में वृक्षारोपण की शुरुआत प्रभारी कुलपति प्रो ब्योमकेश त्रिपाठी ने कर दिया है।प्रभारी कुलपति ने विश्व विद्यालय के कर्मचारियों से कहा कि जब आप सुबह उठे तो पहले पौधा लगाए उसके बाद ही जल ग्रहण करे,क्योंकि वृक्ष ही जीवन है,आप अपने जीवन में जितना भी पौधा लगाएंगे उसका लाभ आने वाली पीढ़ियों को मिलेगा।इस दौरान विश्व विद्यालय में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, प्रभारी कुलपति प्रो व्योमकेश त्रिपाठी की उपस्थिति में फलदार वृक्ष आम और जामुन के साथ और भी पौधों का रोपण किया गया । वृक्षारोपण कार्यक्रम का श्रीगणेश प्रभारी कुलपति के द्वारा सुबह से किया गया । ग्रीष्मकालीन अवकाश के बावजूद शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी ने बढ़ -चढ़ के इस पुनीत कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित किया। डीन एकेडमिक प्रो भूमिनाथ त्रिपाठी ने कहा कि सभी लोगों को पौधा लगा कर अपने विश्व विद्यालय को हरा भरा करना चाहिए।ताकि हमारा विश्व विद्यालय देश के समस्त विश्व विद्यालय में सबसे अलग स्थान रहे।वही DSW प्रो तरुण ठाकुर ने कहा कि सभी शिक्षक अपने सभी विश्व विद्यालय के बच्चों से भी आवाहन किया कि सभी लोग मिलकर पौधा लगाए और अपने विश्व विद्यालय में आने वाले नए आगंतुक विद्यार्थियों को भी पौधा लगाने के लिए प्रेरित करे।उक्त कार्यक्रम में शामिल सैक्षानिक कर्मचारी में डॉक्टर बिमलेश सिंह, डॉक्टर देवेन्द्र सिंह, डॉक्टर संतोष सोनकर, डॉक्टर रविन्द्र शुक्ल, डॉक्टर अमित सोनी, डॉक्टर विजय प्रमाणिक आदि शामिल रहे । गैर सैक्षानिक कर्मचारी में गोविन्द पटेल, ओमेओ रंजन सतपति, रोहित यादव, श्री संदीप पटेल, राजीव सिंह, राजीवक्ष त्रिपाठी, श्रीमती रश्मि धुर्वे आदि शामिल रहे । प्रभारी कुलपति के अनुसार हम सभी को स्वच्छ और हरित भारत का सरकार के प्रयासों को सार्थक करने के लिए सभी को अपनी भागीदारी देनी होगी । सभी कर्मचारी और छात्रों के सहयोग से हम अपने विश्विद्यालय के परिसर को निर्मल और हरा भरा बना सकते है । कार्यक्रम का आयोजन कुलपति को आवाहन के द्वारा एवं उद्यानिकी प्रकोष्ठ के तत्वाधान में हुआ । उद्यानिकी प्रकोष्ठ डॉक्टर शिवाजी चौधरी, के अतिरिक्त सभी कर्मचारियों ने कार्यक्रम के सफलता में अपनी भूमिका निभाई ।