⚠️ राजनगर क्षेत्र में कोयला कंपनी द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग से डोला वार्ड क्रमांक 12 के ग्रामीण दहशत मेंnarmadanewstimes. in

 ⚠️ राजनगर क्षेत्र में कोयला कंपनी द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग से डोला वार्ड क्रमांक 12 के ग्रामीण दहशत में



मकानों में दरारें, पशुधन को खतरा – ग्रामवासियों ने थाना प्रभारी को सौंपा शिकायत पत्र

📍 डोला (अनूपपुर) । दिनांक: 10 जुलाई 2025

राजनगर स्थित राजनगर (OCM) कोल माइंस द्वारा की जा रही अनियंत्रित ब्लास्टिंग के खिलाफ डोला नगर परिषद के वार्ड क्रमांक 12 के ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया है। प्रभावित ग्रामीणों ने दिनांक 10 जुलाई 2025 को थाना प्रभारी रामनगर थाना को एक लिखित शिकायत पत्र सौंप कर अपने मकानों में दरारें पड़ने और जानमाल की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है।

📌 क्या है शिकायत में?

शिकायतकर्ता  गोविंद प्रजापति के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बताया कि:

10 जुलाई की दोपहर लगभग 1 बजे ओ सी एम माइंस द्वारा भारी ब्लास्टिंग की गई।

इस विस्फोट से वार्ड 12 के कई घरों की दीवारें हिल गईं और दरारें पड़ गईं।

कच्चे और पक्के मकानों की संरचना को नुकसान पहुँचा है।

विस्फोट की आवाज़ इतनी तेज़ थी कि आसपास के पशु डर के मारे इधर-उधर भागने लगे और छोटे बच्चों व बुज़ुर्गों को मानसिक तनाव होने लगा।

क्षेत्र में पहले भी इस तरह की शिकायतें दी गई थीं लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

🏚️ मकानों में दरारें और जीवन पर खतरा

शिकायत में उल्लेख है कि विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि घरों की छतें तक हिल गईं और दीवारों में बड़ी दरारें आ गईं। कई मकानों की स्थिति अब रहने योग्य नहीं बची है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया तो किसी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।

🙏 ग्रामीणों की प्रमुख माँगें:

1. ब्लास्टिंग पर तत्काल रोक लगाई जाए।

2. प्रभावित मकानों का सर्वे कराकर मुआवजा एवं पुनर्वास की व्यवस्था की जाए।

3. खदान प्रबंधन पर कानूनी कार्रवाई की जाए।

4. भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने हेतु विज्ञान सम्मत निगरानी प्रणाली लागू की जाए।

🗣️ स्थानीय प्रशासन से हस्तक्षेप की माँग

ग्रामवासियों ने स्पष्ट कहा कि यदि प्रशासन और खनन विभाग इस विषय पर जल्द ध्यान नहीं देते तो वे जिला मुख्यालय में धरना और विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

📸 स्थानीय नेतृत्व और दस्तावेज़ी साक्ष्य प्रस्तुत

आवेदन के साथ ग्रामीणों ने अपने घरों की दरारों के फ़ोटो और वीडियो फुटेज भी प्रस्तुत किए हैं ताकि प्रशासन को वास्तविक स्थिति की गंभीरता समझाई जा सके।

🔚 निष्कर्ष:

डोला नगर परिषद के वार्ड क्रमांक 12 के निवासियों की यह पीड़ा केवल शिकायत नहीं बल्कि एक चेतावनी है कि विकास कार्यों के नाम पर यदि जनसुरक्षा की अनदेखी की जाती रही तो इसके परिणाम गंभीर होंगे। प्रशासन, खनिज विभाग और पर्यावरणीय एजेंसियों को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए ताकि नागरिकों का जीवन, संपत्ति और स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके।

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