श्री कच्छ गुर्जर क्षत्रीय गुजराती समाज ने मनाया दीपावली मिलन समारोह , सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मिली एकता की सौगात

अनूपपुर। दीपों के पर्व दीपावली के उपलक्ष्य में बुधवार, 22 अक्टूबर को श्री  कच्छ गुर्जर क्षत्रीय गुजराती समाज, अनूपपुर द्वारा दीपावली मिलन समारोह का आयोजन मध्य प्रदेश डे ग्रामीण आजीविका मिशन, जिला पंचायत अनूपपुर के आजीविका दीदी कैंटीन परिसर में किया गया। कार्यक्रम में समाज के सभी परिवारों ने एकत्र होकर एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया।

समारोह में महिला मंडल उपाध्यक्ष श्रीमती तृप्ति राठौड़ ने कहा कि “इस तरह के मिलन समारोह से समाज में आपसी स्नेह और एकजुटता बढ़ती है। हमें अपनी परंपराओं को नई पीढ़ी तक पहुंचाना चाहिए, ताकि बच्चें हमारे संस्कारों और रीति-रिवाजों को समझ सकें।’’ उन्होंने कहा कि इस आयोजन में बच्चों द्वारा बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेना हमारे संस्कारों की सुंदर झलक है, जिसे सदैव बनाएं रखना चाहिए।

कार्यक्रम में श्री कच्छ गुर्जर क्षत्रीय समाज घटक शहडोल के उपाध्यक्ष गिरीश राठौड़ ने कहा कि समाज द्वारा समय-समय पर शिक्षा, सामाजिक सहयोग, विवाह सहायता, और पर्यावरण संरक्षण जैसे कार्य किए जा रहे हैं। समाज का मुख्य उद्देश्य है कि प्रत्येक सदस्य सामाजिक दायित्वों के प्रति सजग रहे और समाज के उत्थान में योगदान दे।गिरीश पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि श्री कच्छ गुर्जर क्षत्रीय गुजराती समाज हमेशा से संस्कार, संस्कृति और सेवा की मिसाल रहा है। समाज तभी मजबूत बनता है जब उसके सदस्य एक-दूसरे के सुख-दुख में सहभागी बनते हैं। उन्होंने कहा कि आज का यह दीपावली मिलन कार्यक्रम केवल उत्सव नहीं, बल्कि आपसी प्रेम और एकता का प्रतीक है। हमें अपने बच्चों में समाज के प्रति जिम्मेदारी और परंपराओं के प्रति गर्व की भावना जगानी होगी। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सेवा में आगे बढ़कर समाज का नाम रोशन करें। जब हम सबको मिलकर कार्य करेंगे तो समाज नई ऊंचाइयां छूएगा।

श्रीमती पल्लविका पटेल ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि गुजराती समाज अपनी समृद्ध संस्कृति और स्नेहपूर्ण परंपराओं के लिए जाना जाता है। इस तरह के आयोजन हमें अपनी जड़ों से जोड़ते हैं और परिवारों में आत्मीयता का वातावरण बनाते हैं। उन्होंने कहा कि समाज की महिलाएं केवल घर तक सीमित न रहें, बल्कि शिक्षा, संस्कृति और समाजसेवा में सक्रिय भूमिका निभाएं। संस्कारों का संचार तभी संभव है जब हम उन्हें जीवन में अपनाएं। उन्होंने उपस्थित महिलाओं और युवतियों से आग्रह किया कि वे समाज की उन्नति के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ें और नई पीढ़ी को अपने गौरवशाली इतिहास से परिचित कराएं। कार्यक्रम में समाज के मुकेश राठौड़, श्रीमती तृप्ति राठौड़,तरुण राठौड़ ,श्रीमती  राधा राठौड ,  दीपक राठौड़ ,श्रीमती अर्पित राठौड़ ,चंद्रकांत राठौड़ राहुल राठौड़ भौमिक राठौर, श्रीमती  रूपा राठौर ,महेंद्र राठौर,  श्रीमती भावना राठौड़, वैभव राठौड़ ,यशवी राठौड़ दुकुल पटेल, सोनम पटेल,नेतल राठौड़ ,थनीषा राठौड़ उपस्थित रहे।

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